हे भारत की नारी जागो
हे भारत की नारी जागो
उठो और हुंकार भरो
खुद को तुम अबला ना समझो
काली का अवतार धरो
ये कलयुग है यही सत्य है
अब कोई नहीं आने वाला है
खुद की रक्षा स्वयं करो
कोई श्याम नहीं आने वाला
तलवार उठाओ काट दो सिर
जो देखे आंख उठाकर के
मृत्यु का मर्दन कर दो
और खत्म करो हैवानों को
जो भी करना तुम्हें ही करना
संकट विकट हैं आन पड़े
और किससे रक्षा मांग रही
जो स्वयं ही लज्जा हीन पड़े
तुम भी बनो चंडिका माई
ठानो इन्हें मिटाने की
और बात अगर इज्जत पर आये
तो काट दो गर्दन हैवानों की…!!
भारत की सभी बेटियों को समर्पित….🙏🙏🙏
✍️✍️Kavi Dheerendra Panchal
All ladies staff of
PRATAP INTERNATIONAL INTER COLLEGE,
MAURANIPUR , Jhansi [ U.P]