हे प्रभु इतना देना की
हे प्रभु इतना देना की
हाथ मेरा खाली न रहे,
अधिक कुछ पाने की इच्छा नही,
पर किसी की मदद न कर पाऊं,
कभी इसका मलाल न रहे।
“विकास शुक्ल”
हे प्रभु इतना देना की
हाथ मेरा खाली न रहे,
अधिक कुछ पाने की इच्छा नही,
पर किसी की मदद न कर पाऊं,
कभी इसका मलाल न रहे।
“विकास शुक्ल”