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25 May 2024 · 1 min read

हे प्रभु इतना देना की

हे प्रभु इतना देना की
हाथ मेरा खाली न रहे,
अधिक कुछ पाने की इच्छा नही,
पर किसी की मदद न कर पाऊं,
कभी इसका मलाल न रहे।

“विकास शुक्ल”

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