हे नव वर्ष
जाते को करबद्ध विदा करता हूँ
आने वाले का स्वागत करता हूँ
पर हे नव वर्ष
बीते दिनों सा दर्द मत देना तुम
बस एक यहीं अर्ज तुमसे करता हूँ
शून्य सा मस्तिष्क हो गया है मेरा
अपनों ने भी छोड़ा साथ है मेरा
पट सबके बंद हुए है जब मेरे लिए
अपने भी गैर हुए है जब मेरे लिए
सागर गम का हो गया जब गहरा
अपनों ने भी छोड़ा साथ है मेरा
आओ हे नव वर्ष
बीते दिनों सा दर्द मत देना तुम
पलक बिछा स्वागत करता हूँ