**हे ! करतार,पालनहार,आ कर दीदार दे**
**हे ! करतार,पालनहार,आ कर दीदार दे**
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हे ! करतार ,पालनहार , आ कर दीदार दे,
सुख-शांति, खत्म – क्लेश,सुंदर उपहार दे।
तेरे दर पर चलकर आये हम भक्त सवाली,
खुशियों से झोली भर दो,जाए न कोई खाली,
कर कृपा कृपालु, बिगड़े भाग्य संवार दे।
हे ! करतार ,पालनहार ,आ कर दीदार दे।
मिला न कोई संग सहारा हो,गये हम मनरोगी,
चिंता चिता समान बसी है कैसे दूर होगी,
पुलकित हर्षित हो जग सारा ऐसा संसार दे।
हे ! करतार,पालनहार , आ कर दीदार दे।
मनसीरत गुण गाये तेरे झूमें ,नाचे,गाये,
दिल की बगिया दर्शन तेरे पाकर खिल जाये,
बने सहारा,पार हो किनारा ,ऐसे संस्कार दे।
हे ! करतार , पालनहार आ कर दीदार दे।
हे ! करतार , पालनहार , आ कट दीदार दे,
सुख- शांति , खत्म क्लेश , सुंदर उपहार दे।
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सुखविन्द्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)