हेमा पाण्डेय
#खामोशी
खामोशियो की होती
है मीठी जुबान।
सरगोशियाँ कहती है
एक नई कहानी।
ऐसे ही जिंदगी में
होता है हर जज्बा।
फल की चिंता के
बिना किये गए कर्म।
विनम्र प्रार्थनाओं से
जीवन बनता है
अर्थवान।
भय से पाकर मुक्ति
सही तरीके से पालन
सम्भव है
जीवन धर्म का।
राम कृष्ण बुद्ध
मानव से
महामानव तभी तो बने।
धुन सूनी प्रकृति
कि उन्होंने
पुकार पहचानी
उसकी।
स्वार्थों से ऊपर उठकर
हुए सन्नद्ध
मानव कल्याण में।
सामान्य मनुष्य
जीवन का
कैसे करे मूल्यवान
रूपांतरण।।