“ हृदयक गप्प ”
डॉ लक्ष्मण झा” परिमल ”
====================
हृदय सँ जुड़बाक अछि
त मैथिल सँ मैथिली बाजू
लिखबाक अछि त मैथिली
देवनागरी अथवा मिथिलाक्षर मे लिखू !!
हमरो नहि अबैत छल
कोना पढब ,कोना लिखब
उमरी 72 भ रहल
कंप्युटर मे हम केना लिखब !!
कखनहू हमहूँ छलहूँ गुरु
अपन बच्चा सब केँ
आब ओ बनलाह गुरु हमर
कंप्युटर सब केँ !!
किछु नहि मुश्किल
अछि एहि युग मे
निश्चय करबाक अछि
अपना मन मे !!
तथापि आग्रह अछि हमर
अंग्रेजीये मे अपन कमेन्ट करू
रोमन लिपि केँ ताधरि
मैथिली मे नहि प्रयोग करू !!
=====================
डॉ लक्ष्मण झा” परिमल ”
दुमका.
झारखंड
29.07.2022.