हुस्न बिना जग सुना !……..
आज दुनिया हुस्न के पीछे भागती है
जो हुस्न दिखाए उसे अपना बनाती है
मालूम चल जाता है नियत इंसा का,
आज इंसानियत सिर्फ सुंदरता पर ही आती है।
सांस अगर हुस्न वाले ले तो वो इत्र बन जाती है
बिना हुस्न के आज कहां कोई मित्र हो पाती है
आज दुनिया हुस्न के पीछे भागती है
जो हुस्न दिखाए उसे अपना बनाती है।
निगाहों में अगर सुंदरता हो वो घायल कर जाती है
वरना बिना हुस्न के निगाहों को लोग घायल कर जाते है
आज दुनिया हुस्न के पीछे भागती है
जी हुस्न दिखाए उसे अपना बनाती है।।
:- बिमल रजक