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22 Dec 2018 · 1 min read

हुस्न पर छा गया चंद्रिका का नशा

हुस्न पर छा गया चंद्रिका का नशा ,
इश्क पर छा गया भावना का नशा ।
होठ बेताब हैं सुर्ख महताब हैं ,
प्रेम पर छा गया कामना का नशा ।

प्रवीण कुमार श्रीवास्तव
सीतापुर ।

Language: Hindi
281 Views
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Books from डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
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