हुनर
फूलों में इतर छुपा होता है,
कैसे जाने ये।
किसकी किस्मत कहां बदल,
जाए कैसे माने ये।
पत्थर पर घिसने के बाद,
ही हिना रंग लाती है।
मेहनत करने के बाद ही,
सोई किस्मत जागती है।
आसमान में बादल,बादलों में,
पानी छुपा होता है।
इसी प्रकार हर इंसान का,
जज्बा दबा होता है।
फल को देखने से उसकी,
मिठास पता नहीं चलती।
इसी प्रकार किसी मनुष्य का हाथ,
देखने से किस्मत बताई नहीं जाती।