हुकूमत छीन लेते हैं।
सितमसाज़ों से हम ज़ोरे हुकूमत छीन लेते हैं।
अगर औक़ात भूले तो क़यादत छीन लेते हैं।
है जिन को अम्न से नफ़रत सियासत काम है जिनका।
हम ऐसे हुक्मरानों से हुकूमत छीन लेते हैं।
सितमसाज़ों से हम ज़ोरे हुकूमत छीन लेते हैं।
अगर औक़ात भूले तो क़यादत छीन लेते हैं।
है जिन को अम्न से नफ़रत सियासत काम है जिनका।
हम ऐसे हुक्मरानों से हुकूमत छीन लेते हैं।