हुआ सवेरा
रोज सवेरे हम हैं उठते
उठ कर के है हम मंजन करते
मंजन करके रोज नहाते
रोज नहाकर मंदिर जाते
मंदिर जाकर भोग लगाते
भोग लगाकर घर को आते
घर आकर हम खाना खाते
खाना खाकर स्कूल हैं जाते
स्कूल में मेरे टीचर मिलते
टीचर हमको खूब पढ़ाते
अच्छी अच्छी ज्ञान बताते
ज्ञान सीखकर घर को आते।
संजय कुमार✍️✍️