हीर और रांझा की हम तस्वीर सी बन जाएंगे
नर्म हाथों की हिना महकी हुई बन जाएंगे
ये गुलाबी रोज़-ओ-शब भी शबनमी बन जाएंगे
डूब कर मदमस्त ऑंखों में किसी दिन आपकी
हीर और रांझा की हम तस्वीर सी बन जाएंगे
With tender hands adorned in henna’s scent, we shall be,
These rosy days and nights like dewy dreams shall flee.
Drowning in your intoxicating eyes someday,
Like Heer and Ranjha, our love’s portrait we’ll portray.
🌹मोनिका मंतशा🌹