हिस्सा नहीं
मैं कोई भीड़ का हिस्सा नहीं
क्या आपको ये दिखता नहीं।
मुझे पढ़कर आप फैसला करें
मैं अनर्गल कुछ लिखता नहीं।
नज़रिया है मेरा सबसे अलग
मेरआंखों से सच बचता नहीं ।
हक़ बयानी का है लह्ज़ा जुदा
मेरी लेखनी पहले जैसा नहीं ।
बहुत हो गया बक-बक अजय
माना ढीठ कोई तुझ सा नहीं
-अजय प्रसाद