!! हिम्मत से मिलेगी मंजिल !!
क्यूं !! घबरा जाता है
किस बात का खौफ है तुझ को
मंजिल बेशक है दूर
बस इसी बात का दुःख है तुझ को !!
हिम्मत रख, चल आगे बढ़
यही हिम्मत आगे ले जाएगी तुझ को
मंजिल को पा ही लेगा
जब जज्ब्बा तेरे साथ बढेगा आगे लेकर तुझको !!
वो कोई और इंसान नहीं थे
जिन्होंने पायी थी मजिल मेहनत से
बहुत कष्ट को सहा था उस को पाने में
यही इल्तेज्जा अब मैं कर रहा हूँ तुझ से !!
कोशिश करना तेरा काम है
उस कोशिश का साथ देगा भगवान् रे
खामोश होकर न बैठ जाना कभी
आगे तेरी हिम्मत का साथी बनेगा भगवान् रे !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ