Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Sep 2021 · 1 min read

हिमालय ढह रहा है रोकने की जिद करो यारो

—————————————————–
हिमालय ढह रहा है रोकने की जिद करो यारो।
कहीं गंगा न गुम जाये इसे सीमित करो यारो।
पहेली क्यों बुझाने में लगे हो कौन दोषी है?
पराभव आ खड़ा है सामने इसे पराजित करो यारो।
कसम लेके है बैठा जो तमाशा देखने की जिद।
तमाशा करनेवालों को तो अब लोहित करो यारो।
पीढ़ी आ रही है क्या कहोगे उनको तुम जरा सोचो।
शासन शेष हो पूर्व इसके उसे क्रोधित करो यारो।
जीवन दायिनी गंगा का कर्जा युग-युगों से है।
कर्जे को चुकाने स्वयं को अब जीवित करो यारो।
अरे! शिव की जटाओं का कहीं तांडव न खुल जाये।
ढहने की प्रक्रियाओं को तो अब निन्दित करो यारो।
हिमालय से उतरकर हिम हलाहल न बन जाये।
प्रलय को रोकने कटिबद्ध हो साबित करो यारो।
हिमालय है तो गौरव-गान है यह देव भूमि है।
क्षरण से अब हिमालय को अत: बाधित करो यारो।
————————————————————-

Language: Hindi
171 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
देता है अच्छा सबक़,
देता है अच्छा सबक़,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कहीं खूबियां में भी खामियां निकाली जाती है, वहीं कहीं  कमियो
कहीं खूबियां में भी खामियां निकाली जाती है, वहीं कहीं कमियो
Ragini Kumari
अपने हुए पराए लाखों जीवन का यही खेल है
अपने हुए पराए लाखों जीवन का यही खेल है
प्रेमदास वसु सुरेखा
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
"झूठे लोग "
Yogendra Chaturwedi
*सांच को आंच नहीं*
*सांच को आंच नहीं*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कैसी
कैसी
manjula chauhan
कभी- कभी
कभी- कभी
Harish Chandra Pande
मोहब्बत में इतना सताया है तूने।
मोहब्बत में इतना सताया है तूने।
Phool gufran
माँ का प्यार
माँ का प्यार
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
"जर्दा"
Dr. Kishan tandon kranti
*दोहा*
*दोहा*
Ravi Prakash
तूं कैसे नज़र अंदाज़ कर देती हों दिखा कर जाना
तूं कैसे नज़र अंदाज़ कर देती हों दिखा कर जाना
Keshav kishor Kumar
तुम और बिंदी
तुम और बिंदी
Awadhesh Singh
मोमबत्ती जब है जलती
मोमबत्ती जब है जलती
Buddha Prakash
किसी भी काम में आपको मुश्किल तब लगती है जब आप किसी समस्या का
किसी भी काम में आपको मुश्किल तब लगती है जब आप किसी समस्या का
Rj Anand Prajapati
शिक्षक
शिक्षक
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तुम न जाने कितने सवाल करते हो।
तुम न जाने कितने सवाल करते हो।
Swami Ganganiya
तन पर तन के रंग का,
तन पर तन के रंग का,
sushil sarna
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तू आ पास पहलू में मेरे।
तू आ पास पहलू में मेरे।
Taj Mohammad
मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर उन्हें नमन।
मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर उन्हें नमन।
Paras Nath Jha
आपको हम
आपको हम
Dr fauzia Naseem shad
"मैं एक पिता हूँ"
Pushpraj Anant
बुढ़ापा हूँ मैं
बुढ़ापा हूँ मैं
VINOD CHAUHAN
मैं उसकी देखभाल एक जुनूं से करती हूँ..
मैं उसकी देखभाल एक जुनूं से करती हूँ..
Shweta Soni
2901.*पूर्णिका*
2901.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से।
मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से।
सत्य कुमार प्रेमी
👍👍👍
👍👍👍
*प्रणय प्रभात*
How to say!
How to say!
Bidyadhar Mantry
Loading...