क़त्ल बच्चियां हुईं…
बदगुमानी कभी भी न पाला करो
हर गलत बात दिल से निकाला करो
सैकड़ों बच्चियां क़त्ल जिसमें हुईं
वो किलीनिक कभी तुम खंगाला करो
अब हिफाजत करें देश की हम सभी
फ़र्ज़ औरों पे अपना न टाला करो
देश धर्मों में’ तकसीम जिसने किया
आप उसका ज़रा मुंह तो’ काला करो
यूं चरागों की महफ़िल ज़रूरी नहीं
हो सके तो दिलों में उजाला करो
ज़ात का आपकी, है यही आइना
लफ़्ज़ को तोलकर ही निकाला करो