Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Sep 2020 · 1 min read

हिन्द है अपना वतन हिन्दी हमारी शान।

हिन्द है अपना वतन हिन्दी हमारी शान
स्वर अनेकों बोलियों के बुलबुलों सी तान।

सभ्यता जिसमें समन्वय है यही पहचान,
जोड़ती सबको निरन्तर पूर्ण देती मान
अब अखिल ब्रह्माण्ड में गूंजेगा हिंदी गान
है यही प्रभु प्रार्थना हो नित नवल उत्थान

हिन्द है अपना वतन हिन्दी हमारी शान,
स्वर अनेकों बोलियों के बुलबुलों सी तान।

सूर तुलसी औ कबीरा जायसी रसखान
है यही साझा विरासत विश्व रखे भान
आज हिन्दी का है अव्वल विश्व में स्थान
नित निरन्तर बढ़ रहा बढ़ता रहे सम्मान

हिन्द है अपना वतन हिन्दी हमारी शान
स्वर अनेकों बोलियों के बुलबुलों सी तान।

अनुराग दीक्षित

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 279 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनुराग दीक्षित
View all
You may also like:
..
..
*प्रणय*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
*हुस्न से विदाई*
*हुस्न से विदाई*
Dushyant Kumar
जो नहीं मुमकिन था, वो इंसान सब करता गया।
जो नहीं मुमकिन था, वो इंसान सब करता गया।
सत्य कुमार प्रेमी
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
இவன்தான் மனிதன்!!!
இவன்தான் மனிதன்!!!
Otteri Selvakumar
तुमने मुड़ कर ही बस नहीं देखा।
तुमने मुड़ कर ही बस नहीं देखा।
Dr fauzia Naseem shad
चराचर के स्वामी मेरे राम हैं,
चराचर के स्वामी मेरे राम हैं,
Anamika Tiwari 'annpurna '
कल की तलाश में आज निकल गया
कल की तलाश में आज निकल गया
नूरफातिमा खातून नूरी
छंटेगा तम सूरज निकलेगा
छंटेगा तम सूरज निकलेगा
Dheerja Sharma
आंखों की भाषा के आगे
आंखों की भाषा के आगे
Ragini Kumari
Thunderbolt
Thunderbolt
Pooja Singh
करो सम्मान पत्नी का खफा संसार हो जाए
करो सम्मान पत्नी का खफा संसार हो जाए
VINOD CHAUHAN
तेरे ना होने का,
तेरे ना होने का,
हिमांशु Kulshrestha
स्क्रीनशॉट बटन
स्क्रीनशॉट बटन
Karuna Goswami
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
नदियां बहती जा रही थी
नदियां बहती जा रही थी
Indu Singh
कहते हैं  की चाय की चुस्कियो के साथ तमाम समस्या दूर हो जाती
कहते हैं की चाय की चुस्कियो के साथ तमाम समस्या दूर हो जाती
Ashwini sharma
अभाव और कमियाँ ही हमें जिन्दा रखती हैं।
अभाव और कमियाँ ही हमें जिन्दा रखती हैं।
पूर्वार्थ
चाहे तुम
चाहे तुम
Shweta Soni
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
कवि रमेशराज
3532.🌷 *पूर्णिका*🌷
3532.🌷 *पूर्णिका*🌷
Dr.Khedu Bharti
रक्त एक जैसा
रक्त एक जैसा
Dinesh Kumar Gangwar
"पूस की रात"
Dr. Kishan tandon kranti
हुईं क्रांति
हुईं क्रांति
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
अपने घर में हूँ मैं बे मकां की तरह मेरी हालत है उर्दू ज़बां की की तरह
अपने घर में हूँ मैं बे मकां की तरह मेरी हालत है उर्दू ज़बां की की तरह
Sarfaraz Ahmed Aasee
ज़रा इतिहास तुम रच दो
ज़रा इतिहास तुम रच दो "
DrLakshman Jha Parimal
तुम्हारा ज़वाब सुनने में कितना भी वक्त लगे,
तुम्हारा ज़वाब सुनने में कितना भी वक्त लगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नेताओं के पास कब ,
नेताओं के पास कब ,
sushil sarna
आज पुराने ख़त का, संदूक में द़ीद़ार होता है,
आज पुराने ख़त का, संदूक में द़ीद़ार होता है,
SPK Sachin Lodhi
Loading...