हिन्द की हस्ती को
हिन्द की हस्ती को , कोई मिटा सकता नहीं
आ जाए जो दुश्मन , तो वापस जा सकता नहीं |
हिन्द की हस्ती को , कोई मिटा सकता नहीं
चीर कर रख देंगे सीने उनके , कोई आँख उठा सकता नहीं ||
हिन्द की हस्ती को , कोई मिटा सकता नहीं
गाजर – मूली सा काट देंगे , कोई सिर उठा सकता नहीं |
हिंद की हस्ती को , कोई मिटा सकता नहीं
सांस लेना मुश्किल कर देंगे , कोई जुबाँ चला सकता नहीं ||