हिन्दू एकता
याद करो सन् सैंतालीस को,जब अंग्रेजों ने भारत था छोड़ा ।
नाम दे दिया आजादी का पर,इसी नाम पर देश को तोड़ा ॥
पंडितजी ने शुरू करी देश में,जब राजनिती यह जातिवाद की ।
नाम दे दिया पकिस्तान और,तभी से नींव रखी आतंकवाद की ॥
जातिवाद और राजनिती बस यहीं तो करने वह आये थे ।
माईनोरिटि के नाम पर अपनी जेबें भरने वह आये थे ॥
खुले आम पाले आतंकी और नाम दे दिया जातिवाद ।
साठ साल तक देश को लूटा करते रहे देश बरबाद ॥
भारत की बहू संख्यक जाति एक कभी नहीँ हो सकती है ।
तब भी पता था अब भी पता है जीत इसी से मिल सकती है ॥
हिंदू मिल हिंदू के साथ जब,मिलकर खड़ा वो हो जाएगा।
आतंक और जातिवाद का सफ़ाया,तब भारत से हो पायेगा।।
विजय कुमार अग्रवाल
विजय बिज़नोरी