हिन्दी है तो भारत है वरन् ये तो गर्वमेन्ट आफँ इण्डिया है
कविता
हिन्दी है तो भारत है वरन् ये तो गर्वमेन्ट आफँ इण्डिया है
– बीजेन्द्र जैमिनी
हिन्दी है तो भारत है वरन् ये तो गर्वमेन्ट आफँ इण्डिया है
भारत माता तो आजाद है
हिन्दी भाषा आज भी
हाथ जोड़े खड़ी है
हिन्दी है तो भारत है वरन्…..
सतयुग हो या कलयुग हो
हम तो भारतवासी है
जिन में रामयण और महाभारत के
गुण विधमान है
फिर भी हम लंचार है
हिन्दी है तो भारत हे वरन्…..
कुरूक्षेत्र हो या अयोध्या हो
हम तो भारतवासी है
जिन में अनेंक धर्मा के
गुण विधमान है
फिर भी हम लचार है
हिन्दी है तो भारत है वरन्….
हनुमान हो या भीम हो
हम तो भारतवासी है
जिन में हजारों हाथियों का
बल विधमान है
फिर भी हम लंचार है
हिन्दी है तो भारत है वरन्….
लेखक हो या पत्रकार हो
हम तो भारतवासी है
जिन में सार्थकता व्यक्त करने का
गुण विधमान है
फिर भी हम लंचार है
हिन्दी है तो भारत है वरन्….
लोकतन्त्र हो या न्यायपालिका हो
हम तो भारतवासी है
जिन में बड़े से बड़ा कानून बनाने का
गुण विधमान है
फिर भी हम लंचार है
हिन्दी है तो भारत है वरन्…..
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