हिन्दी भारत की प्राण वायु जीवन्त सरल जन भाषा है।
हिन्दी भारत की प्राणवायु जीवन्त सरल जन भाषा है।
हिन्दी भारत की प्राणवायु ,
जीवन्त सरल जन भाषा है।
भारत का गौरव उच्च भाल
जन गण मन की परिभाषा है
लिपि देवनागरी है उन्नत,
कवि कोविद की अभिलाषा है
समृद्ध विरासत की अपनी
सौभाग्य सिन्धु ये भाषा है
जीवन पथ आलोकित करती,
तुलसी रामायण गाथा है
आजादी का ये प्रथम घोष
वीरों की भाग्य विधाता है
संचार ज्ञान का है करती
छात्रों की ज्ञान पिपासा है
भारत भू की अभिव्यक्ति सहज
नव भारत की नव आशा है।
हिन्दी भारत की प्राणवायु
जीवन्त सरल जन भाषा है।
अनुराग दीक्षित