हिन्दी भारत का अभिमान
भारत का अभिमान है हिन्दी
हम सबकी पहचान है हिन्दी
शिखर पर पहुंचे अपनी भाषा
हम सबकी हो यही अभिलाषा
सच में कितनी महान है हिन्दी
भारत का अभिमान है हिन्दी
हर दम रही माथे की बिन्दी
करो मत इसको चिन्दी-चिन्दी
अधरों की मुस्कान है हिन्दी
भारत का अभिमान है हिन्दी
सीखा हमने, पर कुछ न सीखा
व्याकरण इसका समुद्र सरीखा
इतनी यह धनवान है हिन्दी
भारत का अभिमान है हिन्दी
प्रीत करो सब, रीत है इसकी
यह भी तो इक जीत है इसकी
मीरा है, रसखान है हिन्दी
भारत का अभिमान है हिन्दी
रखती नहीं है किसी से बैर
यह सदा चाहती सबकी खैर
गुणों की यह खान है हिन्दी
भारत का अभिमान है हिन्दी
© अरशद रसूल