Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Feb 2024 · 1 min read

हिन्दी दोहा बिषय-जगत

हिन्दी दोहा विषय – जगत

चले जगत को देखने , #राना लेकर मित्र |
नजर हमारी साफ थी , लगे सभी तब इत्र ||

जहाँ जगत भी आपसे , चाहे जब सम्मान |
#राना अच्छा देखकर , देना तब प्रतिदान ||

श्रेष्ठ बुरे #राना यहाँ , सागर भरा अथाह |
और जगत से भी उन्हें , मिलती सदा पनाह ||

देख जगत को लोग भी , बदलें अपनी राह |
मेरा अच्छा हो सदा , #राना सबकी चाह ||

सतयुग से कलियुग चला , मिले देखने दौर |
दिखे जगत में हैं अलग , #राना सबके ‌ठौर ||

एक सामान्य तंज

नया जगत #राना लिखे , बजते अद्भुत ढ़ोल |
शोर गोल में खो गये , #राना मीठे बोल ||
***
✍️ राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

2 Likes · 150 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
View all
You may also like:
आँखों का कोना,
आँखों का कोना,
goutam shaw
जिंदगी है तो तकलीफ तो होगी ही
जिंदगी है तो तकलीफ तो होगी ही
Ranjeet kumar patre
*जी रहें हैँ जिंदगी किस्तों में*
*जी रहें हैँ जिंदगी किस्तों में*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुस्कान
मुस्कान
Santosh Shrivastava
ग़ज़ल _ मैं ग़ज़ल आपकी, क़ाफिया आप हैं ।
ग़ज़ल _ मैं ग़ज़ल आपकी, क़ाफिया आप हैं ।
Neelofar Khan
क्या होगा लिखने
क्या होगा लिखने
Suryakant Dwivedi
दिखाने लगे
दिखाने लगे
surenderpal vaidya
Nhà cái AB77 là nền tảng cá cược uy tín, chuyên nghiệp với đ
Nhà cái AB77 là nền tảng cá cược uy tín, chuyên nghiệp với đ
Ab77
" तरक्की के वास्ते "
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी है कोई मांगा हुआ अखबार नहीं ।
जिंदगी है कोई मांगा हुआ अखबार नहीं ।
Phool gufran
रग रग में देशभक्ति
रग रग में देशभक्ति
भरत कुमार सोलंकी
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
3444🌷 *पूर्णिका* 🌷
3444🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
इश्क़ जब बेहिसाब होता है
इश्क़ जब बेहिसाब होता है
SHAMA PARVEEN
गुजर रही थी उसके होठों से मुस्कुराहटें,
गुजर रही थी उसके होठों से मुस्कुराहटें,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
देर
देर
P S Dhami
याद हम बनके
याद हम बनके
Dr fauzia Naseem shad
जय जय जय जय जय माँ दुर्गा
जय जय जय जय जय माँ दुर्गा
gurudeenverma198
मानवता का मुखड़ा
मानवता का मुखड़ा
Seema Garg
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अपने सपने कम कम करते ,पल पल देखा इसको बढ़ते
अपने सपने कम कम करते ,पल पल देखा इसको बढ़ते
पूर्वार्थ
सोच
सोच
Neeraj Agarwal
..
..
*प्रणय*
रास्तों पर चलते-चलते
रास्तों पर चलते-चलते
VINOD CHAUHAN
जिंदगी हमको हँसाती रात दिन
जिंदगी हमको हँसाती रात दिन
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
जब काम किसी का बिगड़ता है
जब काम किसी का बिगड़ता है
Ajit Kumar "Karn"
कविता
कविता
Sushila joshi
अयोध्या धाम
अयोध्या धाम
Mukesh Kumar Sonkar
*भैया घोड़ा बहन सवार (बाल कविता)*
*भैया घोड़ा बहन सवार (बाल कविता)*
Ravi Prakash
Loading...