हिन्द की तस्वीर
आज कुछ लिखा जाए,
जो सबके काम आए।
वादा रहा मैं तुमसे,
शिकवा नहीं करूंगा,
किसी भी बात पर तुम्हें,
रुसवा नहीं करूंगा।
मैं यह तदबीर चाहता हूं,
हिंद की खूबसूरत…
तस्वीर चाहता हूं।
मजबूरियां न रहें,
आपस की दूरियां न रहें।
लिखना ही है अगर तो,
एक सच्चाई लिख देना,
हिंदू को मुस्लिम का…
मुस्लिम को हिंदू का,
दिल की कलम से,
भाई-भाई लिख देना।
© अरशद रसूल