हिंदी
?जय हिंद! जय हिंदी!?
निर्मल है मधुभाष हिंदी।
ज्ञान पयोधि प्यास हिंदी।।
पोषित है नैतिक मूल्यों से,
अलंकृत दिव विन्यास हिंदी।
छंदस भाव झरे सुर इसके।
मधुरिम भाव भरे उर जिसके।
सभ्य संस्कृति पवित्र आभूषण,
वेद – पुराण संस्कार है इसके।
नीलम शर्मा ✍️