हिंदी….
वतन पुकारता है हिन्दी हिन्दी,
हिन्दुस्तान के माथे की बिन्दी,
सबसे निराली, है सबसे मीठी,
सबकी प्यारी, वाे दिलाे मे बैठी,
अनगिनत बाेलियाे काे समाए,
प्यार से सबकाे अपना बनाए,
मत समझाे तुम हिन्दी काे हीन,
इसकाे अपनाकर नही हाेता दीन,
हमारी पहचान है, हमारी हिन्दी,
हमारी शान है, हमारी हिन्दी,
हमारी राष्ट्रभाषा, हमारी मातृभाषा,
सबसे ऊपर है, हिंद कि हिंन्दी भाषा,
।।।जेपीएल।।