Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2017 · 1 min read

कोई तितली नहीं आती

1222 1222 122

तेरे जाने का शिकवा क्यूँ करें हम l
सितम खुद पर ढहाया क्यूँ करें हम ll

जमीं पर चांद हमको मिल गया है l
गगन का चाँद देखा क्यूँ करें हम l

कोई तितली नहीं आती यहाँ पर l
ठहर कर वक्त जाया क्यूँ करें हम ll

हया ये शोखियाँ, जुल्फें परीशा l
अदा ऐसी भुलाया क्यूँ करें हम ll

✍दुष्यंत कुमार पटेल
जुल्फें परीशा – बिखरी हुई जुल्फे

432 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वह बचपन के दिन
वह बचपन के दिन
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
💐प्रेम कौतुक-286💐
💐प्रेम कौतुक-286💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सोच समझ कर
सोच समझ कर
पूर्वार्थ
"सफर,रुकावटें,और हौसले"
Yogendra Chaturwedi
॥ जीवन यात्रा मे आप किस गति से चल रहे है इसका अपना  महत्व  ह
॥ जीवन यात्रा मे आप किस गति से चल रहे है इसका अपना महत्व ह
Satya Prakash Sharma
रंग भेद ना चाहिए विश्व शांति लाइए सम्मान सबका कीजिए
रंग भेद ना चाहिए विश्व शांति लाइए सम्मान सबका कीजिए
DrLakshman Jha Parimal
कुछ लोग ऐसे भी मिले जिंदगी में
कुछ लोग ऐसे भी मिले जिंदगी में
शेखर सिंह
ख़ुद लड़िए, ख़ुद जीतिए,
ख़ुद लड़िए, ख़ुद जीतिए,
*Author प्रणय प्रभात*
मुक़ाम क्या और रास्ता क्या है,
मुक़ाम क्या और रास्ता क्या है,
SURYA PRAKASH SHARMA
Dark Web and it's Potential Threats
Dark Web and it's Potential Threats
Shyam Sundar Subramanian
लेख-भौतिकवाद, प्रकृतवाद और हमारी महत्वाकांक्षएँ
लेख-भौतिकवाद, प्रकृतवाद और हमारी महत्वाकांक्षएँ
Shyam Pandey
मोहब्बत शायरी
मोहब्बत शायरी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
झील बनो
झील बनो
Dr. Kishan tandon kranti
*भरत राम के पद अनुरागी (चौपाइयॉं)*
*भरत राम के पद अनुरागी (चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
* चली रे चली *
* चली रे चली *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कृतज्ञता
कृतज्ञता
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बाल कविता: चूहा
बाल कविता: चूहा
Rajesh Kumar Arjun
मातृ भाषा हिन्दी
मातृ भाषा हिन्दी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"एक सुबह मेघालय की"
अमित मिश्र
महानगर की जिंदगी और प्राकृतिक परिवेश
महानगर की जिंदगी और प्राकृतिक परिवेश
कार्तिक नितिन शर्मा
एक और सुबह तुम्हारे बिना
एक और सुबह तुम्हारे बिना
Surinder blackpen
संवेदनाओं का भव्य संसार
संवेदनाओं का भव्य संसार
Ritu Asooja
क्या कहें?
क्या कहें?
Srishty Bansal
अंधेर नगरी-चौपट राजा
अंधेर नगरी-चौपट राजा
Shekhar Chandra Mitra
3175.*पूर्णिका*
3175.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जानबूझकर कभी जहर खाया नहीं जाता
जानबूझकर कभी जहर खाया नहीं जाता
सौरभ पाण्डेय
The OCD Psychologist
The OCD Psychologist
मोहित शर्मा ज़हन
सुहासिनी की शादी
सुहासिनी की शादी
विजय कुमार अग्रवाल
Yash Mehra
Yash Mehra
Yash mehra
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...