हिंदी है मातृभाषा
इस मिट्टी में जन्म हुआ मुझको यह सौभाग्य मिला
जब पहला शब्द मुख से मां कहा
तो हिंदी भाषा का ज्ञात हुआ
हिंदी ने मां सा प्यार दिया दुलार दिया
मां की ममता सा सब वार दिया
हिंदी मेरी मातृभाषा बनी हिंदी मेरा कर्म बना हिंदी मेरा धर्म बना
हिंदी मेरी मां न स्वाभिमान बना हिंदी भाषा मेरी आन बान शान बना
हिंदी मातृभाषा मेरा तुझ पर सर्वस्व कुर्बान है
हिंदी से ही मेरा जीवन महान है
हिंदी से ही आज मेरी पहचान है
हिंदू हूं मैं हिंदी है मेरी मातृभाषा
क्यों ना करूं अभिमान मैं
गर्व से ऊंचा है सर मेरा कि मैं इसकी संतान हूं
हिंदी मेरी मातृभाषा करता मैं प्रणाम हूं
***नीतू गुप्ता नीतू गुप्ता