हिंदी हमारे देश की एक भाषा मात्र नहीं है ,
हिंदी हमारे देश की एक भाषा मात्र नहीं है ,
यह तो इस देश के रोम-रोम में बसी हैं ।
हिंदी विश्व में भाईचारे का संदेश है देती
यह तो सभी के हृदय में प्रेम है भरती
हिंदी हमारी सनातन संस्कृति की है वाहक
सभी संस्कारों की यही है संवाहक
पूनम दीक्षित