“हिंदी साहित्य रत्न सम्मान – 2024” से रूपेश को नवाज़ा गया’
सिवान बिहार के युवा साहित्यकार एवं शोध छात्र रूपेश कुमार को साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक उपलब्धि के लिए निहारिका साहित्य मंच कंट्री ऑफ इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट लखनऊ के संस्थापक डॉ रीमा सिन्हा एव अध्यक्ष डॉ अब्दुल अजीज सिद्दिकी जी के द्वारा “हिंदी साहित्य रत्न सम्मान – 2024″ से सम्मानित किया गया इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय संस्था ‘शब्द प्रतिभा बहुउद्देशीय सम्मान फाउंडेशन नेपाल” द्वारा हिंदी दिवस पर संस्था के अध्यक्ष आनन्द गिरी मायालु एव चयन समिति सदस्य चारना कौर के द्वारा “हिंदी काव्य रत्न – 2024”, अखिल भारतीय अभिनव काव्यांश मंच की संस्थापिका शिमला शर्मा लक्ष्मी प्रिया के द्वारा “हिंदी गौरव सम्मान – 2023” से भी सम्मानित किया गया, बुलंदी साहित्यिक सेवा समिति उत्तराखंड के संस्थापक विवेक बादल बाजपूरी द्वारा “देवनागरी सम्मानित – 2024” जो वर्ल्ड रिकार्ड मे शामिल है से मिला साथ ही कवि स्पर्श द्वारा “हिंदी सेवी सम्मान – 2024” , नागरी लिपि परिषद नई दिल्ली , डॉ सुनील परीट द्वारा “हिंदी साहित्य सेवा सम्मान -2024”, अन्तरराष्ट्रीय हंगामा लोक साहित्यिक संस्था के संस्थापक उपासना कौशिक, राखी कौशिक के द्वारा “हिंदी साहित्य सेवी सम्मान – 2024″, साहित्य उपवन रचनाकार के अध्यक्ष कुमार रोहित राज द्वारा ” भाषा वत्सल” दिया गया । युवा साहित्यकार रूपेश की अनेकों साझा संग्रह, चार एकल संग्रह विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक विषयों पर आलेख प्रकाशित हो चुके है । वर्तमान मे रूपेश विज्ञान के शोध छात्र एंव प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे है लेकिन साहित्य मे इनकी काफी रूचि है जिसके कारण इनको देश ही नही विदेशों से भी अनेकों सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है रूपेश के संपादकीय मे भी तीन साहित्यिक पुस्तकें आ चुकी है । रूपेश अद्भुत प्रतिभा के धनी है जिसके कारण इनकी रचनाओं को देश – विदेशों के पत्र पत्रिकाओं में जगह मिल चुकी है । भौतिक विज्ञान का छात्र होते हुए भी साहित्य मे अपना पैर जमाए हुए है।