Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jan 2018 · 1 min read

हिंदी भाषा

सुंदर सरल शब्द स्वच्छ शशि रश्मि के से
सारे सरगम के स्वरों को जो संवारती।
शुद्ध सुरसरि के समान सरसर बहे
सरस सराहनीय शारद सुधारती।
परम पुनीत पुरइंन के पराग जैसी
प्यारी प्यारी पारस सी प्रेम को पखारती।
भारतीय भूमि से भई थी भाषा भरपाई
भारी भनडार से भरी है भाषा भारती।।

1 Like · 704 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2554.पूर्णिका
2554.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*ना जाने कब अब उनसे कुर्बत होगी*
*ना जाने कब अब उनसे कुर्बत होगी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हर एक चोट को दिल में संभाल रखा है ।
हर एक चोट को दिल में संभाल रखा है ।
Phool gufran
राजकुमारी कार्विका
राजकुमारी कार्विका
Anil chobisa
चांद छुपा बादल में
चांद छुपा बादल में
DR ARUN KUMAR SHASTRI
क्षितिज पार है मंजिल
क्षितिज पार है मंजिल
Atul "Krishn"
*क्यों बुद्ध मैं कहलाऊं?*
*क्यों बुद्ध मैं कहलाऊं?*
Lokesh Singh
बिल्ली की तो हुई सगाई
बिल्ली की तो हुई सगाई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
मॉडर्न किसान
मॉडर्न किसान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सच समाज में प्रवासी है
सच समाज में प्रवासी है
Dr MusafiR BaithA
"अभी" उम्र नहीं है
Rakesh Rastogi
प्यार भरी चांदनी रात
प्यार भरी चांदनी रात
नूरफातिमा खातून नूरी
बाल  मेंहदी  लगा   लेप  चेहरे  लगा ।
बाल मेंहदी लगा लेप चेहरे लगा ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
तेरी मेरी तस्वीर
तेरी मेरी तस्वीर
Neeraj Agarwal
नव वर्ष पर सबने लिखा
नव वर्ष पर सबने लिखा
Harminder Kaur
चलो कुछ दूर तलक चलते हैं
चलो कुछ दूर तलक चलते हैं
Bodhisatva kastooriya
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
Mahender Singh
ए'लान - ए - जंग
ए'लान - ए - जंग
Shyam Sundar Subramanian
पुत्र एवं जननी
पुत्र एवं जननी
रिपुदमन झा "पिनाकी"
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*Author प्रणय प्रभात*
पिता का पेंसन
पिता का पेंसन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"जब"
Dr. Kishan tandon kranti
*मची हैं हर तरफ ऑंसू की, हाहाकार की बातें (हिंदी गजल)*
*मची हैं हर तरफ ऑंसू की, हाहाकार की बातें (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
आज अचानक आये थे
आज अचानक आये थे
Jitendra kumar
मानवता
मानवता
Rahul Singh
छोड़ जाएंगे
छोड़ जाएंगे
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
मैंने कभी भी अपने आप को इस भ्रम में नहीं रखा कि मेरी अनुपस्थ
मैंने कभी भी अपने आप को इस भ्रम में नहीं रखा कि मेरी अनुपस्थ
पूर्वार्थ
आना ओ नोनी के दाई
आना ओ नोनी के दाई
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बेटी
बेटी
Vandna Thakur
अस्ताचलगामी सूर्य
अस्ताचलगामी सूर्य
Mohan Pandey
Loading...