Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2024 · 1 min read

*हिंदी भाषा*

“हिंदी भाषा हमारा गौरव
हिंदी भाषा हमारा आधार है
हिंदी भाषा को नमन
हिंदी भाषा को शत-शत प्रणाम है
हिंदी भाषा देश की धरोहर
देश का मान है
हिंदी भाषा हमारी पहचान
हमारा स्वाभिमान है
सारी भाषा एक तरफ
और एक तरफ हमारी हिंदी और हिंदुस्तान हैं”🇮🇳🙏🏻

Language: Hindi
1 Like · 32 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Vaishaligoel
View all
You may also like:
!! रक्षाबंधन का अभिनंदन!!
!! रक्षाबंधन का अभिनंदन!!
Chunnu Lal Gupta
आज और कल
आज और कल
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
हर रोज़ तुम्हारा पता पूछते उन गलियों में चला जाता हूं
हर रोज़ तुम्हारा पता पूछते उन गलियों में चला जाता हूं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
2351.पूर्णिका
2351.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
एक गुलाब हो
एक गुलाब हो
हिमांशु Kulshrestha
साथ है मेरे सफर में, ये काँटें तो अभी तक
साथ है मेरे सफर में, ये काँटें तो अभी तक
gurudeenverma198
कुछ
कुछ
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
😢सीधी-सीख😢
😢सीधी-सीख😢
*प्रणय प्रभात*
प्यारा सा गांव
प्यारा सा गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बेजुबान तस्वीर
बेजुबान तस्वीर
Neelam Sharma
बुंदेली हास्य मुकरियां
बुंदेली हास्य मुकरियां
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
इंसान अपनी ही आदतों का गुलाम है।
इंसान अपनी ही आदतों का गुलाम है।
Sangeeta Beniwal
তোমার চরণে ঠাঁই দাও আমায় আলতা করে
তোমার চরণে ঠাঁই দাও আমায় আলতা করে
Arghyadeep Chakraborty
*** लम्हा.....!!! ***
*** लम्हा.....!!! ***
VEDANTA PATEL
अपना घर
अपना घर
ओंकार मिश्र
हम
हम
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तुम्हें अकेले चलना होगा
तुम्हें अकेले चलना होगा
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
सब्र और सहनशीलता कोई कमजोरी नहीं होती,ये तो अंदरूनी ताकत है,
सब्र और सहनशीलता कोई कमजोरी नहीं होती,ये तो अंदरूनी ताकत है,
पूर्वार्थ
"पालतू"
Dr. Kishan tandon kranti
ख़्वाब ख़्वाब ही रह गया,
ख़्वाब ख़्वाब ही रह गया,
अजहर अली (An Explorer of Life)
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
*पद का मद सबसे बड़ा, खुद को जाता भूल* (कुंडलिया)
*पद का मद सबसे बड़ा, खुद को जाता भूल* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
ये दुनिया
ये दुनिया
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आवाज़ ज़रूरी नहीं,
आवाज़ ज़रूरी नहीं,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
एक मेरे सिवा तुम सबका ज़िक्र करती हो,मुझे
एक मेरे सिवा तुम सबका ज़िक्र करती हो,मुझे
Keshav kishor Kumar
सुविचार
सुविचार
Sarika Dhupar
हमारे बाद भी चलती रहेगी बहारें
हमारे बाद भी चलती रहेगी बहारें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
तरक्की से तकलीफ
तरक्की से तकलीफ
शेखर सिंह
अश्रु से भरी आंँखें
अश्रु से भरी आंँखें
डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि'
Loading...