One fails forward toward success - Charles Kettering
*हीरे की कीमत लगी, सिर्फ जौहरी पास (कुंडलिया)*
बनी दुलहन अवध नगरी, सियावर राम आए हैं।
दिन सुहाने थे बचपन के पीछे छोड़ आए
"नग्नता, सुंदरता नहीं कुरूपता है ll
आंखे मोहब्बत की पहली संकेत देती है जबकि मुस्कुराहट दूसरी और
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दोस्ती में हर ग़म को भूल जाते हैं।
सुबह का प्रणाम। इस शेर के साथ।
हिन्दी ग़ज़ल " जुस्तजू"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जख्म वह तो भर भी जाएंगे जो बाहर से दिखते हैं