Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Dec 2016 · 1 min read

हिंदी तो है शान हमारी

विश्व के सभी हिंदी भाषियों को समर्पित-

गीत – हिंदी तो है शान हमारी।

हिंदी हम सबको है प्यारी।
हिंदी तो है शान हमारी॥
????????
कितनी सरल हमारी हिंदी।
बनी हिमालय की ये बिंदी॥
सकल हिंद की है ये भाषा।
जन जन की है ये अभिलाषा॥
बनकर रहती प्राण हमारी।
हिंदी तो है शान हमारी॥
????????
सबसे ही ये घुलमिल जाए।
संग संग सबके मुस्काए॥
सहज सरल संतोषी है ये।
मृदुल भाव की शोखी है ये॥
भारत की है राजदुलारी।
हिंदी तो है शान हमारी॥
????????
वीरों के ये साथ खड़ी थी।
अंग्रेजों के साथ लड़ी थी॥
उत्तर दक्षिण पूरब पश्चम।
लहराया था इसका परचम॥
बनी सदा अभिमान हमारी।
हिंदी तो है शान हमारी॥
????????
बने जीविका अभिनेता की।
बनती गौरव यह नेता की॥
पर ये दोनों नाम भुनाते।
अपनाने में हैं शर्माते॥
मगर टूटती नहीं खुमारी।
हिंदी तो है शान हमारी॥
????????
सूर कबीर जायसी तुलसी।
कृष्ण प्रेम में मीरा हुलसी॥
बच्चन की बनकर मधुशाला।
किया सभी जन को मतवाला॥
बनी सदा अरमान हमारी।
हिंदी तो है शान हमारी॥
????????
हिंदी भाषण विश्व पटल पर।
गर्वित सारे हुए अटल पर॥
इस भाषा में मोदी गरजे।
करने लगे विदेशी चर्चे॥
बनी पुनः पहचान हमारी।
हिंदी तो है शान हमारी॥
????????
जननी है यह तो हम सबकी।
ममतामयी कल्पना रब की॥
सभी करें मिल इसकी सेवा।
ईश्वर देंगे सबको मेवा॥
मातु शारदे इस पर वारी।
हिंदी तो है शान हमारी॥
????????

दिनेश कुशभुवनपुरी
मेरे ब्लॉग पर भी प्रेषित Kushbhuvanpuri.blogspot.com

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 595 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
होली पर बस एक गिला।
होली पर बस एक गिला।
सत्य कुमार प्रेमी
3434⚘ *पूर्णिका* ⚘
3434⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
साधक परिवर्तन का मार्ग खोज लेते हैं, लेकिन एक क्रोधी स्वभाव
साधक परिवर्तन का मार्ग खोज लेते हैं, लेकिन एक क्रोधी स्वभाव
Ravikesh Jha
भोर पुरानी हो गई
भोर पुरानी हो गई
आर एस आघात
खुद को मैंने कम उसे ज्यादा लिखा। जीस्त का हिस्सा उसे आधा लिखा। इश्क में उसके कृष्णा बन गया। प्यार में अपने उसे राधा लिखा
खुद को मैंने कम उसे ज्यादा लिखा। जीस्त का हिस्सा उसे आधा लिखा। इश्क में उसके कृष्णा बन गया। प्यार में अपने उसे राधा लिखा
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"जवाब"
Dr. Kishan tandon kranti
बड़े मासूम सवाल होते हैं तेरे
बड़े मासूम सवाल होते हैं तेरे
©️ दामिनी नारायण सिंह
भूल भूल हुए बैचैन
भूल भूल हुए बैचैन
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पितृ दिवस पर....
पितृ दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
छंद मुक्त कविता : जी करता है
छंद मुक्त कविता : जी करता है
Sushila joshi
दिवाली फिर है आई
दिवाली फिर है आई
Paras Nath Jha
आसमाँ  इतना भी दूर नहीं -
आसमाँ इतना भी दूर नहीं -
Atul "Krishn"
प्यासा के कुंडलियां (विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा')
प्यासा के कुंडलियां (विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा')
Vijay kumar Pandey
लाल उठो!!
लाल उठो!!
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
ख़ाली हाथ
ख़ाली हाथ
Shashi Mahajan
अगर प्यार  की राह  पर हम चलेंगे
अगर प्यार की राह पर हम चलेंगे
Dr Archana Gupta
खोकर सारा आसमान
खोकर सारा आसमान
Ankita Patel
उजाले अपनी आंखों में इस क़दर महफूज़ रखना,
उजाले अपनी आंखों में इस क़दर महफूज़ रखना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
महात्मा गांधी
महात्मा गांधी
Rajesh
चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी हैं तीर की तरह,
चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी हैं तीर की तरह,
Shubham Pandey (S P)
The Day I Wore My Mother's Saree!
The Day I Wore My Mother's Saree!
R. H. SRIDEVI
LOVE
LOVE
SURYA PRAKASH SHARMA
दुआ नहीं होना
दुआ नहीं होना
Dr fauzia Naseem shad
अन्नदाता
अन्नदाता
Akash Yadav
भारत देश
भारत देश
लक्ष्मी सिंह
F
F
*प्रणय*
तेरी इस वेबफाई का कोई अंजाम तो होगा ।
तेरी इस वेबफाई का कोई अंजाम तो होगा ।
Phool gufran
सोचा ना था ऐसे भी जमाने होंगे
सोचा ना था ऐसे भी जमाने होंगे
Jitendra Chhonkar
💤 ये दोहरा सा किरदार 💤
💤 ये दोहरा सा किरदार 💤
Dr Manju Saini
सत्य शुरू से अंत तक
सत्य शुरू से अंत तक
विजय कुमार अग्रवाल
Loading...