हिंदी गजल
अपने हृदय में वास रहने दो।
प्रेम का तुम उजास रहने दो।
सिर्फ यादों से तेरे जीवन है।
मेरी काया में श्वास रहने दो।
तुम वसन हो हमारी गौरव हो।
छीनना मत,लिबास रहने दो।
बिन तेरे कोई भी नही मेरा।
दिल में अपने निवास रहने दो।
तुम विलक्षण विधा प्रकृति की।
सगीर यह रचना खास रहने दो