हा , मै चौकीदार बोल रहा हूं
हा जब तेरी जरूरत थी देश को,
तू जुमलों की बरसात करता
अब तुहि बड़ी आराम से कहता है
मै चौकीदार बोल रहा हूं
हा जब जवान होते थे शहीद,
तू करता था बड़ी आराम से रैलियां
अब तुहि बड़ी आराम से कहता है
मै चौकीदार बोल रहा हूं
तुझे दिखाना था लाल आंख पाक और चीन को
तब तू डिजिटल इंडिया का ख्वाब दिखा रहा था
अब तुहि बड़ी आराम से कहता है
मै चौकीदार बोल रहा हूं