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19 Dec 2018 · 1 min read

हास्य कविता

स्कूटी अपनी चाल पर———बहुत रही मदहोश।
पाला पडा जब बाइक –से तब आवा ऊ का होश

बाइक बोली सुन ———गौरैया मान ले हमरी बात
हमसे आगे निकरि न पैहौ हम कछुआ तू खरगोश।

प्रीतम राठौर ह भिनगाई
श्रावस्ती (उ०प्र०)

Language: Hindi
552 Views
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