हाशिए के लोग
सरकारों के कुकर्मों का
जो फल रहे हैं भोग!
भूख तक जिनके लिए है
एक लाइलाज रोग!!
कब आएंगे मुख्य धारा में
ये हाशिए के लोग!
पीढ़ी दर पीढ़ी मना रहे हैं
जो ज़िंदगी का सोग़!!
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