हाले नाज़ुक ; रिश्ते नदारत
हाले नाज़ुक ; रिश्ते नदारत
दिल धड़का , साँस फूली
कमर लचका , दर्द से कहराया
डाक्टर दिखाया, चाय पिलाई , खाना खिलाया
डाक्टर बोला टैस्ट कराओ
मैंने पूंछा कितने पैसे
डाक्टर बोलै तीन से पांच हज़ार
बेटा, बीबी आँय बाँय भगे
फालतू पैसा कियूं गवाँओ
इतने में तो क्या क्या आ जायेगा
और बीबी का मायके जाना हो जायगा |
मैं बोला , कोई खास बात नहीं ,
ऐसा तो होता ही है ,
कभी जवानी में दिल धड़कता था
अब बुढ़ापे में दिल धड़कता है