हालातों से हारकर दर्द को लब्ज़ो की जुबां दी हैं मैंने।
हालातों से हारकर दर्द को लब्ज़ो की जुबां दी हैं मैंने।
बिछड़ के उनसे, ख़्वाबों को हकीकत करने की ठान ली हैं मैंने।।
हालातों से हारकर दर्द को लब्ज़ो की जुबां दी हैं मैंने।
बिछड़ के उनसे, ख़्वाबों को हकीकत करने की ठान ली हैं मैंने।।