हार नहीं, हौसले की जीत
हार नहीं, हौसले की जीत
माना तू हार रहा है कोशिशों में बार बार,पर यकीन रख तू जीतेगा जरूर।हौसले की आग है तेरे सीने में,जिससे जल उठेगा तेरा हर सपना यकीन।
हर बार गिरकर भी संभल जाना तू,हार को कभी स्वीकार ना करना तू।कठिन राहों पर भी चलते जाना तू,मंजिल की ओर बढ़ते जाना तू।
होंगे तूफान, होंगे अंधेरे,पर हार ना मानना तू इन हवाओं के झंझावातों से।लक्ष्य की ओर बढ़ते रहना तू,अपनी मेहनत से सबको हरा देगा तू।
याद रख हौसला ही है जीत की कुंजी,हारने वालों का नहीं होता कभी कोई मुकाम।जो हार ना मानें, कोशिश करते रहें,वो ही बनते हैं सच्चे महान।
तो फिर खड़े हो जा हौसले से तू,अपनी मंजिल की ओर बढ़ चल तू।जीत तुझसे दूर नहीं है,बस यकीन रख खुद पर और हार ना मान तू।