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9 Oct 2024 · 1 min read

हारों की राहों से मैं चलता जा रहा हूँ,

हारों की राहों से मैं चलता जा रहा हूँ,
फिर भी अंदर की आवाज़ पे विश्वास ला रहा हूँ।।
कितनी बार गिरा हूँ, फिसला हूँ, हारा हूँ,
पर हर बार खुद को फिर से सँभाल रहा हूँ।।
इनर वॉयस कहती है, “तू करेगा, तू चलेगा”,
इसी उम्मीद में फिर से मैं जुटा जा रहा हूँ।।
सपने अब भी जिंदा हैं, हौंसले भी कायम हैं,
रास्ते चाहे लंबे हों, मैं मंजिल पा रहा हूँ।।
फेल हुआ कई बार, सफर भी थकाने वाला है,
पर ये जिद है मेरी, मैं फिर भी हंसता जा रहा हूँ।।
मेहनत की आग में दिल को हर बार तपाता हूँ,
क्योंकि इनर वॉयस कहती है, “तू सपना जी जाएगा।”।
कभी नहीं कहा उसने कि रुक जा या हार मान,
हर बार कहा, “तू कर लेगा”, और मैं जुटा जा रहा हूँ।।

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