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28 Nov 2021 · 1 min read

हारा तो, प्रीत है पाई l

मुक्तक
हारा तो, प्रीत है पाई l
जीता, सहज प्रीत गवाई ll
यह हार की, बड़ी हार है l
अहम की, विदाई विदाई ll

दोहा
हारा पाई प्रीत है, जीता रही न प्रीत l
हार की, बड़ी हार है, ना रही अहम रीत ll

अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न

Language: Hindi
197 Views
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