Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jan 2022 · 1 min read

हामी

हामी

हर बात की हामी
भरने की शर्त
मंजूर नहीं

भाड़ में जाए
तेरी दोस्ती
कल टूटती
आज टूट जाए
अभी टूट जाए

-विनोद सिल्ला

Language: Hindi
2 Likes · 157 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं उड़ना चाहती हूं
मैं उड़ना चाहती हूं
Shekhar Chandra Mitra
*आँखों से  ना  दूर होती*
*आँखों से ना दूर होती*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अपने होने
अपने होने
Dr fauzia Naseem shad
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
शराब
शराब
RAKESH RAKESH
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अधूरी सी ज़िंदगी   ....
अधूरी सी ज़िंदगी ....
sushil sarna
आप को मरने से सिर्फ आप बचा सकते हैं
आप को मरने से सिर्फ आप बचा सकते हैं
पूर्वार्थ
👏बुद्धं शरणम गच्छामी👏
👏बुद्धं शरणम गच्छामी👏
*प्रणय प्रभात*
*आई वर्षा खिल उठा ,धरती का हर अंग(कुंडलिया)*
*आई वर्षा खिल उठा ,धरती का हर अंग(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"सूनी मांग" पार्ट-2
Radhakishan R. Mundhra
फिर वही शाम ए गम,
फिर वही शाम ए गम,
ओनिका सेतिया 'अनु '
गिरता है धीरे धीरे इंसान
गिरता है धीरे धीरे इंसान
Sanjay ' शून्य'
“चिट्ठी ना कोई संदेश”
“चिट्ठी ना कोई संदेश”
DrLakshman Jha Parimal
होली
होली
नवीन जोशी 'नवल'
प्यार की बात है कैसे कहूं तुम्हें
प्यार की बात है कैसे कहूं तुम्हें
इंजी. संजय श्रीवास्तव
नए साल के ज़श्न को हुए सभी तैयार
नए साल के ज़श्न को हुए सभी तैयार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
गये ज़माने की यादें
गये ज़माने की यादें
Shaily
नहीं खुशियां नहीं गम यार होता।
नहीं खुशियां नहीं गम यार होता।
सत्य कुमार प्रेमी
छोड़ दिया किनारा
छोड़ दिया किनारा
Kshma Urmila
न कल के लिए कोई अफसोस है
न कल के लिए कोई अफसोस है
ruby kumari
हमारी शाम में ज़िक्र ए बहार था ही नहीं
हमारी शाम में ज़िक्र ए बहार था ही नहीं
Kaushal Kishor Bhatt
जिस तरह
जिस तरह
ओंकार मिश्र
प्रेम शाश्वत है
प्रेम शाश्वत है
Harminder Kaur
मैं भी क्यों रखूं मतलब उनसे
मैं भी क्यों रखूं मतलब उनसे
gurudeenverma198
भ्रम
भ्रम
Kanchan Khanna
मां कृपा दृष्टि कर दे
मां कृपा दृष्टि कर दे
Seema gupta,Alwar
Untold
Untold
Vedha Singh
जब भी अपनी दांत दिखाते
जब भी अपनी दांत दिखाते
AJAY AMITABH SUMAN
-- मंदिर में ड्रेस कोड़ --
-- मंदिर में ड्रेस कोड़ --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
Loading...