हाथों में ले कर साथ चलें
हाथों में ले कर हाथ चले
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आओ संग संग साथ चले
हाथों में ले कर हाथ चले
सारे संकट छट टल जाए
हमराही बन संग राह चलें
काले बादल भी छंट जाए
हवा बनके संग साथ चलें
मंजिल भी कदमों में होगी
कदम से कदम मिला चले
जिन्दगी बसर हो जाएगी
बनके पूरक हम साथ चलें
फूलों सी महक महकाएंगे
पथ पर चलके साथ खिलें
आशा और विश्वास बना
लहरों को चीरते साथ चलें
सुखविंद्र दृढ संकल्पी बन
जंग जीतते हुए साथ चलें
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सुखविंद्र सिर्फ मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैरल)