Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jul 2023 · 1 min read

हाथों की लकीरें

हाथों की लकीरें
——————-+++
हाथों की लकीरों के भरोसे
कब तक पानी में लाठी मारकर
पानी को चीरने में समय गंवाते रहोगे,
अपने भाग्य को कोसते रहोगे।
उठो! जागो और निकलो
इन लकीरों के मकड़जाल से,
भरोसा करो खुद पर अपने श्रम पर
अपने बाजुओं पर।
हाथ की लकीरें बदल जायेंगी
रुखी किस्मत भी जाग जायेंगी।
जिन हाथ की लकीरों का तुम रोना रो रहे हो
वे ही तुम्हारी राह के कांटे हटायेंगी, फूल बिछायेंगी
तुम्हारे जीवन में खुशियां फैलाएंगी।
नाज़ होगा तब तुम्हें भी अपने हाथों की लकीरों पर
जब यही लकीरें नाचेंगी खायेंगी मुस्कुराएंगी
तुम्हारे जीवन को महकाएंगी।

सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर प्रदेश
© मौलिक स्वरचित

Language: Hindi
1 Like · 130 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
""बहुत दिनों से दूर थे तुमसे _
Rajesh vyas
अधुरे सपने, अधुरे रिश्ते, और अधुरी सी जिन्दगी।
अधुरे सपने, अधुरे रिश्ते, और अधुरी सी जिन्दगी।
Ashwini sharma
प्रबल वेग बरसात का,
प्रबल वेग बरसात का,
sushil sarna
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
Dr. Vaishali Verma
The life of an ambivert is the toughest. You know why? I'll
The life of an ambivert is the toughest. You know why? I'll
Sukoon
औरों की बात मानना अपनी तौहीन लगे, तो सबसे पहले अपनी बात औरों
औरों की बात मानना अपनी तौहीन लगे, तो सबसे पहले अपनी बात औरों
*प्रणय प्रभात*
"संवाद "
DrLakshman Jha Parimal
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-151से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे (लुगया)
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-151से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे (लुगया)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जिंदगी,
जिंदगी,
हिमांशु Kulshrestha
" ढले न यह मुस्कान "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
कर्म
कर्म
इंजी. संजय श्रीवास्तव
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
"हँसी"
Dr. Kishan tandon kranti
मन की कामना
मन की कामना
Basant Bhagawan Roy
सावन में घिर घिर घटाएं,
सावन में घिर घिर घटाएं,
Seema gupta,Alwar
एक पुष्प
एक पुष्प
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
**नेकी की राह पर तू चल सदा**
**नेकी की राह पर तू चल सदा**
Kavita Chouhan
नीर क्षीर विभेद का विवेक
नीर क्षीर विभेद का विवेक
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
दूसरे का चलता है...अपनों का ख़लता है
दूसरे का चलता है...अपनों का ख़लता है
Mamta Singh Devaa
नता गोता
नता गोता
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
اپنا پھر دینگے
اپنا پھر دینگے
Dr fauzia Naseem shad
दर्शन की ललक
दर्शन की ललक
Neelam Sharma
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
Akash Yadav
अरुणोदय
अरुणोदय
Manju Singh
योग करें निरोग रहें
योग करें निरोग रहें
Shashi kala vyas
#शीर्षक:-तो क्या ही बात हो?
#शीर्षक:-तो क्या ही बात हो?
Pratibha Pandey
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हर गम दिल में समा गया है।
हर गम दिल में समा गया है।
Taj Mohammad
*मनकहताआगेचल*
*मनकहताआगेचल*
Dr. Priya Gupta
Loading...