Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Mar 2018 · 1 min read

हाइकु :-जापानी लघु कविता का आनंद लें.

देखें सोचना
फिर पग बढ़ाना
ध्यान ही है.
.
छोड़ दे पीछा
कर अपना पीछा
ध्यान ही है.
.
जान लें खुदी
सिवा मोहब्बत के
संसार ठग.
.
इतिहास में
कहाँ दमखम है
जो सिखा सके.
.
आनंद सिवा
आह्लादित ही है
प्रवाह तेरा.
.
मैं घर में हूँ
ये घर नहीं मेरा
विस्तार खोजें
.
महेंद्र सिंह
डॉ महेंद्र सिंह है
काव्य में रुचि.

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 540 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all
You may also like:
4- हिन्दी दोहा बिषय- बालक
4- हिन्दी दोहा बिषय- बालक
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*श्रम साधक *
*श्रम साधक *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
लिख लेते हैं थोड़ा-थोड़ा
लिख लेते हैं थोड़ा-थोड़ा
Suryakant Dwivedi
मौसम मौसम बदल गया
मौसम मौसम बदल गया
The_dk_poetry
विश्व गौरैया दिवस
विश्व गौरैया दिवस
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
*राजा और रियासतें , हुईं राज्य सरकार (कुंडलिया)*
*राजा और रियासतें , हुईं राज्य सरकार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
■ कल तक-
■ कल तक-
*Author प्रणय प्रभात*
रोटियां जिनका ख़्वाब होती हैं
रोटियां जिनका ख़्वाब होती हैं
Dr fauzia Naseem shad
चाय
चाय
Dr. Seema Varma
मर्द रहा
मर्द रहा
Kunal Kanth
वर्षों जहां में रहकर
वर्षों जहां में रहकर
पूर्वार्थ
खो गया सपने में कोई,
खो गया सपने में कोई,
Mohan Pandey
पापा की गुड़िया
पापा की गुड़िया
Dr Parveen Thakur
‘ विरोधरस ‘---6. || विरोधरस के उद्दीपन विभाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---6. || विरोधरस के उद्दीपन विभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
तुमसे मैं प्यार करता हूँ
तुमसे मैं प्यार करता हूँ
gurudeenverma198
3409⚘ *पूर्णिका* ⚘
3409⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़
Rj Anand Prajapati
गिलहरी
गिलहरी
Satish Srijan
कछुआ और खरगोश
कछुआ और खरगोश
Dr. Pradeep Kumar Sharma
फ़र्क़ नहीं है मूर्ख हो,
फ़र्क़ नहीं है मूर्ख हो,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बहुत जरूरी है तो मुझे खुद को ढूंढना
बहुत जरूरी है तो मुझे खुद को ढूंढना
Ranjeet kumar patre
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी अकेले हैं।
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी अकेले हैं।
Neeraj Agarwal
"बिन स्याही के कलम "
Pushpraj Anant
साइस और संस्कृति
साइस और संस्कृति
Bodhisatva kastooriya
प्रदूषण-जमघट।
प्रदूषण-जमघट।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
दर्द आँखों में आँसू  बनने  की बजाय
दर्द आँखों में आँसू बनने की बजाय
शिव प्रताप लोधी
"सबक"
Dr. Kishan tandon kranti
विराम चिह्न
विराम चिह्न
Neelam Sharma
खिलाड़ी
खिलाड़ी
महेश कुमार (हरियाणवी)
सोशलमीडिया की दोस्ती
सोशलमीडिया की दोस्ती
लक्ष्मी सिंह
Loading...