काव्य की आत्मा और अलंकार +रमेशराज
मैं सुर हूॅ॑ किसी गीत का पर साज तुम्ही हो
जीवन बूटी कौन सी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Gazal
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
** हद हो गई तेरे इंकार की **
*शादी के पहले, शादी के बाद*
सुवह है राधे शाम है राधे मध्यम भी राधे-राधे है
सुबह वक्त पर नींद खुलती नहीं
💐प्रेम कौतुक-350💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*सरल सुकोमल अन्तर्मन ही, संतों की पहचान है (गीत)*
मैंने देखा ख्वाब में दूर से एक चांद निकलता हुआ
इंसानों के अंदर हर पल प्रतिस्पर्धा,स्वार्थ,लालच,वासना,धन,लोभ
चांद पर चंद्रयान, जय जय हिंदुस्तान