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29 Oct 2022 · 1 min read

हाइकू — जीवन जंग

जीवन जंग।
बुढ़ापा पराजय।
मृत्यु विजय।

सारा अपूर्ण।
आदमी जीये तो क्या!
युद्ध?जीवन?

असंभव है।
नर का नर होना।
दायरा छोटा।

स्पंदन है,तो।
वही तत्व,यौगिक।
जीव-प्रारूप।

पश्चात मृत्यु।
शून्य में ढूँढे आत्मा।
देह का लोभ।

प्राण का प्रण।
चखेंगे सारी तृष्णा।
‘कबर’ तक।

होली का मन।
सुंदर,स्वच्छ,स्वस्थ।
भंगेड़ी तन।
———————–

Language: Hindi
81 Views
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