हाइकु
हाइकु रचना
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1
स्वतंत्र पक्षी
परतंत्र मानव
खुदा ही जाने
2
स्वार्थी मानव
निस्वार्थी है प्रकृति
पाप का भागी
3
कढ़ी जो नारी
पढ़ी लिखी पे भारी
बचे समाज
4
बंजर भूमि
फल ना ही अनाज
दुत्कारी जाती
5
संस्कारी नारी
घर पर है स्वर्ग
वर्ना नरक
6
कमाऊ पति
सुचरित्र हो पत्नि
घर में स्वर्ग
7
छोटो को प्यार
बड़ों का हो सत्कार
है चमत्कार
8
दुख का साया
मोह माया की छाया
घर बर्बाद
9
दारू का आदी
खानदान खराबी
हर्ष विराम
10
फूल सी बेटी
डोली में जब बैठी
हुई पराई
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)